सुपरमार्केट में निजी लेबल ब्रांडों का विकास एक बढ़ती प्रवृत्ति है। उपभोक्ता अब उन्हें केवल उनके प्रतिस्पर्धी मूल्य के लिए ही नहीं चुनते, बल्कि उनकी गुणवत्ता के लिए भी चुनते हैं, जो कई मामलों में अग्रणी ब्रांडों के बराबर होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन उत्पादों के पीछे उद्योग में मान्यता प्राप्त निर्माता हैं।
इसका स्पष्ट उदाहरण कैरेफोर का व्हाइट-लेबल डिब्बाबंद टूना है, जिसका आपूर्तिकर्ता फ्रिन्सा डेल नोरोस्ते है, जो डिब्बाबंद मछली और समुद्री भोजन में विशेषज्ञता रखने वाली एक प्रमुख गैलिशियन कंपनी है। फ्रिंसा न केवल कैरेफोर के लिए उत्पादन करती है, बल्कि अन्य श्रृंखलाओं जैसे कि एल्डी, लिडल और डिया के लिए भी उत्पादन करती है, जो दर्शाता है कि कई निजी लेबल एक ही मूल को साझा करते हैं।
सुपरमार्केटों को व्हाइट-लेबल उत्पादों की आपूर्ति के अतिरिक्त, फ्रिन्सा ला कन्सर्वेरा, मिनर्वा और सोलो ब्रांडों के तहत अपने उत्पादों का विपणन भी करती है।
अतीत में, व्हाइट लेबल ब्रांडों को निम्न गुणवत्ता वाले उत्पाद माना जाता था। हालाँकि, आज उन्होंने उपभोक्ता विश्वास प्राप्त कर लिया है, यह साबित करते हुए कि इस क्षेत्र में अग्रणी कंपनियों के उत्पादन के लिए सस्ती कीमतों पर गुणवत्ता प्राप्त करना संभव है।