नोवेलिस ने ब्रिटेन के लैचफोर्ड स्थित अपने संयंत्र में रिसाइकिलिंग भट्टी में ईंधन के रूप में हाइड्रोजन के उपयोग का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। यह प्रयोग ब्रिटिश सरकार के डीकार्बोनाइजेशन कार्यक्रम का हिस्सा है और प्रोग्रेसिव एनर्जी के सहयोग से किया गया। हाइड्रोजन प्राकृतिक गैस का स्थान ले लेता है, जिससे CO2e उत्सर्जन 90% तक कम हो जाता है।
इस परियोजना में सुरक्षा को प्राथमिकता दी गई तथा इसमें हाइड्रोजन और प्राकृतिक गैस के मिश्रण का परीक्षण करके मौजूदा बुनियादी ढांचे और उपकरणों पर उनके प्रभाव का आकलन किया गया। टनों एल्युमीनियम स्क्रैप को पिघलाकर ढाला गया, तथा उत्पाद प्रभाव और उत्सर्जन जैसे मापदंडों पर नजर रखी गई।
यह पायलट कार्यक्रम यूके सरकार के औद्योगिक ईंधन स्विच कार्यक्रम का हिस्सा है, जिसे 4.6 मिलियन पाउंड का अनुदान प्राप्त हुआ है। नोवेलिस लैचफोर्ड में अपने पेय पदार्थ के डिब्बे की रीसाइक्लिंग क्षमता के विस्तार में भी निवेश कर रही है, जिसका लक्ष्य रीसाइक्लिंग को सालाना 85 किलोटन तक बढ़ाना और उत्सर्जन को सालाना 350,000 टन तक कम करना है।
अपने 3×30 दृष्टिकोण के भाग के रूप में, नोवेलिस का लक्ष्य पुनर्नवीनीकृत सामग्री को 75% तक बढ़ाना, प्रति टन एल्युमीनियम में CO2e उत्सर्जन को तीन टन से कम करना, तथा 2050 तक कार्बन मुक्त बनना है।