आरआरएस द्वारा किए गए नए शोध से यह पुष्टि होती है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रयुक्त पेय पदार्थ के डिब्बों (यूबीसी) को औसतन 60 दिनों से भी कम समय में नए डिब्बों में पुनर्चक्रित कर दिया जाता है।
विश्व पुनर्चक्रण दिवस पर प्रकाशित तथा एल्युमिनियम एसोसिएशन और कैन मैन्युफेक्चरर्स इंस्टीट्यूट (सीएमआई) द्वारा संचालित इस अध्ययन में एल्युमिनियम के डिब्बों की अद्वितीय गोलाकार प्रकृति पर प्रकाश डाला गया है, जो पुनर्चक्रित होने पर लगभग हमेशा नए डिब्बों में बदल जाते हैं।
सीएमआई के अध्यक्ष रॉबर्ट बुडवे ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एल्युमीनियम के डिब्बे बड़े पैमाने पर चक्रीय अर्थव्यवस्था का एक उदाहरण हैं, क्योंकि अमेरिका में पुनर्चक्रित एल्युमीनियम के लगभग 97% डिब्बों का पुनः उपयोग नए डिब्बे बनाने के लिए किया जाता है, जबकि कांच की बोतलों के लिए यह आंकड़ा केवल 30-60% और प्लास्टिक की बोतलों के लिए 34% है।
इसके अलावा, पिछले वर्ष प्रकाशित रिपोर्ट “एल्युमिनियम कैन एडवांटेज: सस्टेनेबिलिटी की परफॉरमेंस इंडिकेटर्स” से पता चला है कि अमेरिका में एल्युमिनियम पेय पदार्थों के डिब्बों में प्रयुक्त 71% सामग्री का पुनर्चक्रण किया जाता है, जबकि कांच की बोतलों में यह मात्रा केवल 23% और प्लास्टिक की बोतलों में 3-10% ही होती है।
शोध में यह भी बताया गया है कि एल्युमीनियम उद्योग बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अधिक मात्रा में पुनर्चक्रित सामग्री प्राप्त कर सकता है, जिससे अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा दोनों को लाभ होगा।